प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती. तभी तो पाँच वर्षीया नन्हीं ब्लागर अक्षिता (पाखी) को वर्ष 2011 हेतु राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (National Child Award) के लिए चयनित किया गया है. सम्प्रति अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भारतीय डाक सेवा के निदेशक और चर्चित लेखक, साहित्यकार, व ब्लागर कृष्ण कुमार यादव एवं लेखिका व ब्लागर आकांक्षा यादव की सुपुत्री अक्षिता को यह पुरस्कार 'कला और ब्लागिंग' (Excellence in the Field of Art and Blogging) के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि के लिए बाल दिवस, 14 नवम्बर 2011 को विज्ञानं भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कृष्णा तीर्थ जी द्वारा प्रदान किया जायेगा. इसके तहत अक्षिता को 10,000 रूपये नकद राशि, एक मेडल और प्रमाण-पत्र दिया जायेगा.
यह प्रथम अवसर होगा, जब किसी प्रतिभा को सरकारी स्तर पर हिंदी ब्लागिंग के लिए पुरस्कृत-सम्मानित किया जायेगा. अक्षिता का ब्लॉग 'पाखी की दुनिया' (www.pakhi-akshita.blogspot.com/) हिंदी के चर्चित ब्लॉग में से है. फ़िलहाल अक्षिता पोर्टब्लेयर में कारमेल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में के. जी.- प्रथम की छात्रा हैं और उनके इस ब्लॉग का सञ्चालन उनके माता-पिता द्वारा किया जाता है, पर इस पर जिस रूप में अक्षिता द्वारा बनाये चित्र, पेंटिंग्स, फोटोग्राफ और अक्षिता की बातों को प्रस्तुत किया जाता है, वह इस ब्लॉग को रोचक बनता है.
नन्हीं ब्लागर अक्षिता (पाखी) को इस गौरवमयी उपलब्धि पर अनेकोंनेक शुभकामनायें और बधाइयाँ !!
अक्षिता पाँखी को 'राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' के लिए चुना गया है, फेसबुक पर ऐसा शुभ-समाचार पढ़कर बड़ी प्रसन्नता हुई. हम सब के लिए यह बड़े गर्व की बात है. मेरी तरफ से प्यारी प्यारी अक्षिता को हार्दिक शुभकामनायें और बहुत-बहुत बधाई!!
जवाब देंहटाएंअक्षिता पाखी को इस उपलब्धि और सफ़लता के लिए बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंये तो बहुत अच्छी बात है. इस सफ़लता के लिए बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंइत्ती सी उम्र और इतनी बड़ी कामयाबी. अक्षिता (पाखी) जी ने तो ब्लागिंग को सरकारी स्तर पर भी मान्यता दिला दी. आखिर पहली हिंदी-ब्लागर जिसने ब्लागिंग के लिए कोई पुरस्कार राजकीय स्तर पर हासिल किया. नेशनल चाइल्ड अवार्ड के लिए ढेरों शुभकामनायें.
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